जब भी समय हो गौशाल आकर पुण्य कार्य में सहभागी बने

   ( दिलीप चौकीकर संवाददाता आमला)

आमला। वृक्षारोपण कार्यक्रम में गौशाला समिति ने सभी से किया आग्रह* एक पौधा लगाना…ईश्वर के कार्य मे हाथ बटाने जैसा है। इसी भाव से ओतप्रोत होकर श्रीमहावीर हनुमान गौशाला में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शहर की प्रमुख समितियों, व पर्यावरण प्रेमियों द्वारा इस कार्यक्रम को सफल बनाया गया।

     अशक्त,घायल व बीमार गौवंशो का आश्रय स्थल बनी श्रीमहावीर हनुमान गौशाला के सदस्यों द्वारा जीवदया के साथ प्रकृति हेतू समानान्तर प्रयास करते हुए प्रकृति सेवा की भी पहल की एवं रविवार आयोजित कार्यक्रम में सौ पौधों से प्रकृति का श्रृंगार किया। ज्ञात हो कि जनसहयोग से निर्मित शहर की प्रथम गौशाला में गौवंशो की सुविधा के प्रत्येक प्रयास जीवटता से किये जा रहे है, इसी क्रम में आज सौ पौधे भी रोप गए, ताकि भविष्य में वृक्ष बन ये पौधे यहां रहने वाले पशुओं को छाया प्रदान करने के काम आएंगे।

शहर की सभी समितियों ने इस प्रयास को सफल बनाते हुए एकजुटता का प्रदर्शन किया। पर्यावरण प्रेम के इस आयोजन में अतिथि के रूप में एडीजे दुबे जी, चारू ब्यास जी, श्री सी.एल सनोडिया जी, अनिल कुमार पाटिल ADEN, आरपीएफ टीआई हरि मोहन निरंजन, जीआरपी टीआई प्रमोद पाटिल,प्रकाश चौधरी, वेलफेयर इंस्पेक्टर आंनद धोटे ने शिरकत की। साथ ही शहर की अग्रणी सामाजिक,धार्मिक व व्यवसायिक समितियों ने भी इस कार्यक्रम की गरिमा बधाई,जिसमे व्यापारी संघ आमला, प्रगतिशील व्यापारी संघ आमला, उड़ान ग्रुप,बौद्ध विहार समिति, लायन्स क्लब आमला, पैराडाइज स्कूल,मदरलैंड पब्लिक स्कूल,मप्र शिक्षक संघ आमला, रेलवे पेंशनर्स संघ,तहसील विधिक सेवा समिति आमला प्रमुख रूप से शामिल रहे।

गौशाला परिवार के मनोज वाधवा व तरुण मान्धाता ने बताया कि पशुसेवा के साथ प्रकृति सेवा के प्रयास के लिए ये कार्यक्रम आयोजित किया गया था,जिसकी सफलता ने हमे अभिभूत कर दिया। देवेंद्र राजपूत व हेमन्त गुगनानी का कहना है कि जनसहयोग से ही गौशाला का निर्माण हुआ है और जनसहयोग से ही हम वृक्षारोपण का पुण्य कार्य भी चाह रहे थे,जिसे सभी समितियों ने सार्थक बना दिया। आगे भी पशुसेवा के साथ पर्यावरण हितैषी कार्य जारी रहेंगे। पधारे अथितियों ने पर्यावरण को लेकर अपने विचार रखे एवं गौसेवा के इस प्रकल्प की भी भूरि-भूरि प्रसंशा की।

गौशाला परिवार के अनिल सोनी व बाला जैन ने बताया कि गौमाताओं के लिए नेपियर घास भी फसल स्वरूप लगाई गई है, आगे भविष्य में ये पौधे बड़े वृक्ष बन उन्हें छाया प्रदान करने में सहायक सिद्ध होंगे। कार्यक्रम में सभी पर्यावरण प्रेमियों ने पूरे मन से वृक्षारोपण में अपना योगदान दिया, कार्यक्रम के उपरांत पधारे अथितियों व समितियों के लिए स्वल्पाहार व जलपान की व्यवस्था भी थी। गौशाला परिवार के सदस्यों परसू लिखितकर,सत्यप्रकाश बचले, धनराज टिकारे,दिलीप चौकीकर, नरेश भावसार,नितेश साहू,पीयूष परसाई,यश गुगनानी, विनय साहू,कैलाश रावत ने पधारे सभी पर्यावरण प्रेमियों का आभार व्यक्त किया एवं इस

पुण्य कार्य हेतू समय निकालने के लिए साधुवाद व्यक्त किया। गौशाला परिवार द्वारा सभी अथितियों के साथ शहरवासियों से भी निवेदन किया कि सप्ताह में एक बार अवश्य गौमाता से मिलने आया करें, इससे उन्हें गौमाता का आशीर्वाद तो मिलेगा ही साथ ही गौमाता भी काफी प्रसन्न होंगी।

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Satish Naik

Editor in Chief

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