रमजान का महीना के तीस रोजे गुजर जाने के बाद में, अंतिम दिन ईद का पर्व आता है। जो आज दिन गुरुवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बड़े ही हर्ष उल्लास और भाईचारे के साथ मनाया। नगर की खास मस्जिदों के साथ में ईद उल फितर की नमाज, ईदगाह पर भी मुस्लिम भाइयों ने अदा की। दुआ में अपने खुद से, देश दुनिया में अमन ,चैन ,शांति और भाईचारे के लिए सामूहिक दुआएं की गई। ईद के अवसर पर तमाम समुदाय के लोगों ने, नए कपड़े पहन कर, खुशबू इत्र आदि लगाकर निर्धारित ईद उल फितर की नमाज के समय के पहले , ईदगाह और मस्जिद में पहुंचे ,और ईद उल फितर की नमाज अदा की। ईद उल फितर की नमाज की अदायगी के बाद, सभी ने एक दूसरों को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद पेश की। साथ ही नगर के कब्रिस्तान पहुंचकर अपने-अपने खानदान के मरहूम लोगों के लिए दुआएं मगफिरत की।
नगर के कब्रस्तान में मरहुमो की कब्र पर फतेहा देने वालो का तांता देखा गया। कब्रिस्तान के पास ही कब्रिस्तान कमेटी तथा अल फैज वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यो ने भी नमाजियों के स्वागत के लिए, टेंट लगाकर शरबत पिलाकर सबका स्वागत और इस्तकबाल किया , तथा गले मिलकर ईद की मुबारकबाद पेश की। घर वापस आने के बाद सारा दिन, एक दूसरे के घर जाकर ,ईद की मुबारकबाद पेश करते हुए, सेवाइयों की दावत का माहौल सारा दिन चलता रहा। हालांकि बारिश और खराब मौसम के कारण, थोड़ा बहुत व्यवधान हुआ परंतु, इसके बाद भी ईद उल फितर की नमाज अदा की गई। वर्तमान में लोकसभा के चुनाव होने हैं इसके बावजूद भी, हरबार की तरह ,ईद के दिन, नमाजीयो का स्वागत करने के लिए, राजनीतिक नेताओं तथा उनके लोगो की उपस्थिति नहीं थी।उनके टेंट नहीं दिखाई पड़े। इस तरह से ईद उल फितर का पर्व, मुस्लिम समुदाय ने बड़े ही ,अमन चैन सुख शांति और भाईचारे के पैगाम के साथ हर्षोल्लास के साथ मनाया।