(दिलीप चौकीकर संवाददाता आमला)
आमला। ग्राम कनोजिया छेत्र के आसपास आने वाले ग्रामो मे अवैध रूप से रेत का भण्डारण किये जाने के संबंध में लगातार बेल नदी से रेत का अवैध उतखनन व भंडारण किया जा रहा है बीती दिनांक 14 मई को सूचना पर राजस्व टीम द्वारा रेत के अवैध भंडारण पर कार्यवाही करते हुए खनीज माफिया के ग्राम कनोजिया के रेलवे अंडरब्रिज के पास स्थित खेत सहीत ग्राम मे स्थित मकान के पास लगभग 25 से 30 ट्राली अवैध रेत का भंडारण पकड़ा तहसीलदार पूनम साहू नायब तहसीलदार सहीत राजस्व दल ने कनोजिया निवासी लोकेश कापसे के खिलाफ पंचनामा तैयार कर जांच प्रतिवेदन बनाकर खनीज जुर्माने व अग्रिम कार्यवाही के भेज दिया राजस्व विभाग ने अवैध भंडारण का निरीक्षण किया तो लोकेश कापसे द्वारा अपने दादा भूरा कापसे के नाम खेत पर ग्राम मे अपने स्वयं घर पर अवैध रेत भंडारण रखी हुई थी राजस्व विभाग द्वारा रेत के अवैध भंडारण की वीडियोग्राफ़ी व फोटो करवाए गये ।
खनिज माफिया ने रात मे उठाई भंडारण से रेत
गौरतलब है की जिस दिन राजस्व विभाग द्वारा लोकेश कापसे के अवैध रेत भंडारण के खिलाफ कार्यवाही का प्रतिवेदन तैयार किया गया उसी रात उसने रेत के अवैध भंडारण से लगभग 20 ट्राली रेत उठाकर अन्यत्र् स्थान पर ले जाकर डाल दी इसके आलावा वह रोजाना ग्राम कनोजिया तोरणवाड़ा देवगांव काजली ग्रामो मे बगैर रायल्टी रेत् अवैध तरिके से कृषि उपयोगी ट्रेक्टर ट्राली से बेचीं जा रही है
बेल नदी से लगे ग्रामो मे रोजाना अवैध उतखनन
बेल नदी किनारे लगे ग्रामो मे रोजाना अवैध उतखनन किया जा रहा है जिसमे ग्राम कनोजिया खानापुर जम्बाड़ा सोंतलाई देवगांव तिरमहू लालावाडी बारछी खेड़लीबाजार शामिल है रोजाना तड़के सुबह 5 बजे से सुबह 10 बजे तक वही शम 6 बजे रात्रि 11 बजे तक नदी मे खनीज माफिया रेत का अवैध उतखनन करने मे लगे रहते है जगह जगह अवैध रेत के डंप यह साबित करते है कि अवैध रेत का कारोबार बिना रोकटोक के किया जा रहा है। लोगो का मानना है कि हल्के के पटवारी की मिलीभगत से ही अवैध रेत का कारोबार किया जा रहा है। जबकि राजस्व क्षेत्र में अवैध खनन के लिए पटवारी भी जिम्मेदार होता है।
लेकिन यहां तो सब खुलेआम ही किया जा रहा है। जगह जगह रेत के डंप से ट्रेक्टर ट्रालियों से रेत का परिवहन किया जा रहा है। लोगो का कहना है कि जम्बाड़ा छेत्र के आस-पास ट्रालियों से रेत का परिवन हो रहा है। नदियों को छल्ली किया जा रहा है। ऐसे में राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।