मुलताई/ प्रभात पट्टन। (सैय्यद हमीद अली) इन दोनों प्रभात पट्टन के बस स्टैंड की हालत देखते ही बनती है? यहां पर मुलताई से अमरावती सड़क मार्ग बना दिया गया है, परंतु बरसों पुराना जर्जर बस स्टैंड आज तक नहीं बन पाया । इसकी तरफ किसी का ध्यान नहीं गया है। अपनी बदहाली पर आंसू बहता है? यहां से भोपाल से अमरावती एवं अन्य शहरों के लिए, सैकड़ो बसे प्रतिदिन दिन-रात चलती है ।
ऐसे में सवारियों को इस जर्जर बस स्टैंड पर ही बसों का इंतजार करने बैठना पड़ता है। सवारियां अपनी जान जोखिम में डालकर ही यहां बैठना सवारी की मजबूरी है। दूसरी बात यह की प्रभात पट्टन का यह प्रमुख बस स्टैंड घोर अतिक्रमण की चपेट में है, तथा यहां पर मूलभूत सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। परंतु पूरी तरह से यात्रा कर रही सवारियों को यही पर बैठना मजबूरी है। विगत कई दिनों से बस स्टैंड का मुख्य पिलर, पूरी तरह से टूट चुका है। जिस पर यह बस स्टैंड टिका हुआ है। हालत यह है कि अगर जरा सी हवा आ जाए तो, यह किसी समय भी टूट कर किसी बड़े हादसे को निमंत्रण दे सकता है। संबंधित जनप्रतिनिधियों या ग्राम पंचायत को इसकी जर्जर दशा पर ध्यान देकर इसका पुनः निर्माण करना चाहिए।