आम जनता में छाया रोश
मुल्ताई:(सैय्यद हमीद अली)
आगामी समय में लोकसभा के चुनाव होना तय है। जिसमें पुनः एक बार बैतूल हरदा हरसूद के सांसद दुर्गादास उईके भाजपा के प्रत्याशी बनाए गए हैं। वहीं से कांग्रेस की तरफ से रामू टीकम चुनावी मैदान में है। कांग्रेस के उम्मीदवार रामू टेकर जहां पर बाजी जीतने के लिए,जी जान से मेहनत कर रहे हैं? ठीक भाजपा में सांसद दुर्गा दास उईके को इस बात का घमंड है कि, वह पार्टी के नाम से हर हाल में चुनाव में विजई होंगे ही। जैसे कि भारतीय जनता पार्टी के लोग समझते हैं। परंतु इस बार बैतूल हरदा हरसूद के संसदीय क्षेत्र में,भाजपा के उम्मीदवार दुर्गादास उईके के लिए, चुनावी डगर बड़ी कठिन प्रतीत हो रही है? उनके संसदीय क्षेत्र में अब तक के कार्यकाल में जनता में भारी रोश व्याप्त है। यह एक बड़ी विडंबना ही है कि, बैतूल हरदा हरसूद संसदीय क्षेत्र में, विगत 20 सालों से अब तक, कोई भी ऐसा योग्य सांसद नहीं आया, जिसने अपने संसदीय क्षेत्र में विकास कार्य को कोई गति दी हो? महिला तत्कालीन पूर्व सांसद ,श्रीमती ज्योति धुर्वे के कार्यकाल को देखने के बाद, दुर्गादास उईके पर जनता ने विश्वास कर उन्हें नेतृत्व के लिए चुना था। परंतु उनके जीतने के बाद ,संसदीय क्षेत्र की समस्त जनता अपने आप को ठगा महसूस कर रही है। ऐसा महसूस किया जा रहा है कि उनका कार्यकाल तो तत्कालीन सांसद से भी ज्यादा निष्क्रिय है? जनता अपना सांसद इसलिए चुनती है कि, वह जनता की आम समस्याओं को संसद में उठा कर, विकास का कार्य करें , जनता से रूबरू होते रहे। जनता से मुलाकात करते रहें। परंतु उनके जीतने के बाद ऐसा कुछ भी नहीं किया गया। उनका सारा कार्यकाल,अपना स्वागत करवाने में, किसी आयोजन में मुख्य अतिथि बनने में,, हंसी मजाक और एशो आराम में ही गुजर गया। उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि, जीवन में कभी भी इस तरह का सत्ता सुख भोगेंगे? परंतु कहते हैं कि , बिल्ली के भाग्य से छीका टूट जाता है ,,! की तर्ज पर वे मामूली से शिक्षक से सांसद बने। और ऐसा सत्ता सुख भोग रहे हैं कि, करोड़ों की संपत्ति हो गई ? शानदार बड़ा वेतन, शानदार आलीशान बंगले, पूरी सुख सुविधा, तथा हटाने के बाद आजीवन पेंशन, उनका अपना तो जिंदगी भर का जुगाड़ हो गया, परंतु आम जनता उनके कार्यकाल में उतनी ही परेशान रही? सूत्रों की माने तो उनके साथ रहने वाले कई छूट भइया नेता ,, बैतूल जिले में अवैध गतिविधियों में लिप्त है, तथा खूब चांदी काट रहे हैं? आगामी चुनाव में फिर एक बार वे जनता के सामने है। और ऐसा माना भी जा रहा है कि, भाजपा के नाम से हर हाल में विजई भी होंगे,,? उनकी ऐसो आराम और आरामदायक कार्य प्रणाली की वजह से, इस बार,बैतूल हरदा हरसूद संसदीय क्षेत्र की जनता में, भारी रोश देखा जा रहा है,,? जिससे इस बार चुनाव की डगर उनके लिए बहुत ही मुश्किल मानी जा रही है..? अब क्या आगे क्या होगा,,? जाने वाला समय ही बता पाएगा?