खनीज माफियाओ ने कहा देते है हर माह नही होगी कार्यवाही
(सतीश कुमार संवाददाता )
आमला।रेत माफियाओ द्वारा खुलेआम नदियों मे अवैध उतखनन किया जा रहा है जिला प्रशासन और खनिज विभाग पर कोई असर नहीं दिख रहा है। यही वजह है कि माफिया अवैध उत्खनन के साथ ही अब रेत का खुलेआम अवैध भंडारण करने लगे हैं। इधर, जिला प्रशासन और खनिज अमला रेत घाट और डंपिंग प्लॉट में जाकर महज दिखावे की कार्रवाई कर रहे हैं जबकि रेत का अवैध व्यापार करने वाले सीधे तोर पर प्रशासनिक अधिकारियो से साठ गांठ होने की बात कर रहे और कार्यवाही न होने देने का दावा कर रहे ।
आमला ब्लाक मे रोजाना बेल कुड़मूड सहित अन्य नदियों से खनीज माफियाओ द्वारा रेत का उतखनन किया जा रहा है इस दौरान सोनंतलाई से तिरमहू तक बेल नदी के आसपास के गांव में रेत के अवैध उत्खनन और भंडारण चल रहा है। वैसे तो प्रदेश सरकार के कलेक्टर को सख्त निर्देश देने के बाद दिन में रेत घाटों में सन्नाटा नजर आता है लेकिन सुबह् तड़के रात में चोरी-छिपे रेत का अवैध उत्खनन अब भी बेधड़क जारी है। रेत के भंडारण और कालाबाजारी को लेकर जागरूक नागरिकों द्वारा खनिज विभाग के जिला अधिकारी मनीष पलेवार और तहसीलदार पूनम साहू को भी सूचना दी गई लेकिन उन्होंने चुनाव ड्यूटी होने का हवाला दे दिया ।
जगह-जगह बने रेत डंपिंग यार्ड
शहर मे रेत का व्यवसाय करने वाले डम्फर् संचालको ने हसलपुर , बोड़खी, बंधा रोड, आमला, गोविंद कालोनी, मंगल भवन ,तहसील आवासों के पास ,रतेड़ा रोड सहित आसपास के इलाकों में सार्वजनिक जगहों के साथ ही निजी प्लॉट में बड़ी मात्रा में रेत डंप कर रखा गया है। यहां शाम होते ही डंप रेत को बेचने और इधर-उधर खपाने का खेल चल रहा है। बताया जा रहा है कि इन जगहों से दिन में भी रेत बेचने का खेल चल रहा है। इन जगहों से ट्रैक्टर में रेत भर भरकर कालाबाजारी किया जा रहा है।
रेत की कमी हुई तो शुरू हुई कालाबाजारी
अब दिन में रेत से अवैध उत्खनन बंद हो गया है। इसके चलते रेत माफियाओं ने रेत का शार्टेज बताकर कीमतें बढ़ा दी है। स्थिति यह है कि 1500 से 2000 तक लोकल मिलने वाली रेत एक ट्रैक्टर रेत की कीमत 3000 से 3500 तक पहुंच गई है। वहीं, प्रति हाइवा रेत के दाम से बड़ा दिये गये है
दिखावे की कार्रवाई कर रहा खनिज अमला
आमला ब्लाक के प्रभारी खनिज अफसर भगवत नागवंशी ब्लाक मे उतखनन की सूचना मिलने पर भी कोई कार्यवाही नही करते और न ही नियमित ब्लाक का निरीक्षन करते है अवैध उत्खनन व रेत का भंडारण करने वालों पर कार्रवाई न होने से खनीज माफियाओ के हौसले बुलंद है खनीज अधिकारी की कार्रवाई महज दिखावे की है। ग्राम सोंतलाई से कोंडरखापा सड़क मार्ग पर बेल नदी से रेत का अवैध उतखनन कर बड़ी मात्रा में रेत डंप कर रखा गया है जिसकी सूचना खनीज सहित तहसील विभाग को दी गई लेकिन रेत जब्ती कारवाई नही की गई जबकि रेत माफिया द्वारा उस रेत को अन्य स्थान पर रात्रि मे पहुंचाया जा रहा है
रेत के ग्रामो मे बिना अनुमति भंडारण
ब्लाक के ग्राम तिरमहू लालावाडी कनोजिया सोंतलाई मे खेतो सहित बेल नदी के आसपास व सरकारी भूमि पर रेत का अवैध भंडारण भारी पैमाने पर किया गया हैं ग्राम सेमरिया निवासी तिलक सिसोदिया से पत्रकारों द्वारा अवैध भंडारण और रेत नदी से उतखनन की अनुमति के बारे मे पूछने पर साफ तोर पर कहा गया की ग्राम जम्बाडा तिरमहू सोंतलाई खरपड़ा खेड़ी कोंडरखापा के रेत व्यवसाय से जुड़े लोगो द्वारा हर माह कलेक्शन कर दो विभागों को प्रति ट्रेक्टर के हिसाब से पेशगी लिफाफा पहुंचाया जाता है और व्यवस्था जम्बाडा के एक नेतानुमा खनीज माफिया द्वारा बनाई गई है इसलिए कार्यवाही का तो प्रश्न ही नही उठता ।