मुल्ताई :(सैय्यद हमीद अली बैतूल अबतक)
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अमृत उत्सव योजना के अंतर्गत जिले के पांच रेलवे स्टेशनों का, कायाकल्प होने की घोषणा के बाद, नगर के रेलवे स्टेशन का कायाकल्प होना प्रारंभ हो गया है। वर्तमान में निर्माण कार्य प्रारंभ है। जिसमें विकलांग लोगों के लिए लिफ्ट से प्लेटफार्म क्रॉस करने की सुविधा,, रेलवे परिसर से उस पार जाने वाले आम लोगो के लिए,स्टेशन पार करते हुए, बड़े ओवर ब्रिज का निर्माण, टिकट घर, पार्किंग, पानी की उचित व्यवस्था, पार्सल ऑफिस, सुलभ शौचालय, केट्रिन खानपान,लाइब्रेरी,वेटिंग हाल,जैसी सारी योजनाओं का निर्माण कार्य होना है।
काम करवा रहे ठेकेदार और सुपरवाइजर, हरीश पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि, साल 24 के अंत तक यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। वर्तमान में निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मनसा अनुरूप अगर, अमृत उत्सव योजना के अंतर्गत, नगर का रेलवे स्टेशन बनाया जाता है तो, निश्चित तौर पर यह नगर वासियों के लिए एक बहुत ही बड़ी सौगात होगी। यह भी बताया जा रहा है की, तीसरी रेलवे लाइन भी डाली जा रही है। गौरतलब है कि, नगर का यह रेलवे स्टेशन बहुत ही सुविधाओं के अभाव में था। यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध भी नहीं थी। परंतु देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी ने, अमृत उत्सव योजना के अंतर्गत नगर के स्टेशन को जोड़कर, जो सौगात दी है, यह उनका एक बहुत ही सराहनीय कदम है। स्टेशन पूरी तरह से बन जाने के बाद ट्रेनों के स्टॉपेज भी किया जा सकते हैं। और यह नगर का एकमात्र रेलवे स्टेशन सर्व सुविधा युक्त हो सकेगा।
*ओवर ब्रिज का काम पड़ा खटाई में*
एक तरफ तो नगर के रेलवे स्टेशन का कायाकल्प किया जा रहा है ? परंतु रेलवे फाटक पर बनने वाला ओवर ब्रिज का काम ,फिलहाल बंद सा दिखाई दे रहा है। जिससे आवागमन के दौरान, वहीं भारी परेशानी रेलवे फाटक के गेट बंद होने से हो रही है। इस फाटक से होकर ,नगर से बसे ,भारी वाहन, छोटे वाहन,ट्रक , खेड़ली बाजार बोरधई होते हुए, जुन्नारदेव, दमुआ ,तथा सारणी और छिंदवाड़ा के लिए भी जाते हैं। परंतु पल पल पर बंद होता रेलवे फाटक, वाहन चालकों के लिए भारी परेशानी का सबब बना हुआ है। इसके बनाने के लिए, तत्कालीन विधायक सुखदेव पांसे द्वारा प्रयास किया गया था। जो कि बनना तय भी था । इसका सर्वे कर निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो गया था।जिससे से आम जनता में हर्ष व्याप्त था। परंतु फिलहाल इसका काम पूरी तरह से खटाई में पड़ा हुआ है। और लोगों की परेशानी जस की तस बनी हुई है। जबकि यातायात को सुचारू रखने के लिए इस ओवर ब्रिज की आवश्यकता बहुत ही जरूरी है।