(ओकेश नाईक बैतूल अब तक)
गुरु के बिना इस जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। गुरु का स्थान ईश्वर और माता पिता से भी ऊपर रखा गया है। गुरु ही मुनुष्य को सफलता की बुलंदियों तक पहुंचाते हैं। जिस प्रकार एक सुनार सोने को तपाकर उसे गहने का आकार देता है, ठीक उसी प्रकार एक गुरु भी अपने शिष्य के जीवन को मूल्यवान बनाता है।
उसे सही गलत को परखने का हुनर सिखाता है। कहा जाता है कि एक बच्चे की पहली गुरु मां होती है, जो हमें इस संसार से अवगत कराती हैं। वहीं दूसरे स्थान पर गुरु होते हैं जो हमें ज्ञान व भगवान की प्राप्ति का मार्ग बताते हैं।
आज शनिवार 20 जुलाई को आमला नगर के के. सोनी प्ले स्कूल आमला में गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया गया । प्राचार्य श्रीमती सुनीता नितिन सोनी एवं अध्यक्ष श्रीमती संध्या सोनी द्वारा सरस्वती माता का पूजन कर कार्यक्रम प्रारंभ किया। सभी शिक्षकों ने भी पूजन संपन्न किया प्राचार्य सोनी द्वारा बच्चों को शिक्षाप्रदकहानी सुना कर गुरु का एवं गुरु पूर्णिमा का महत्व समझाया बच्चों ने अपने गुरुजनों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी टीचर स्टाफ ने सहयोग किया।